
दरभंगा में बाल श्रमिक को कराया गया विमुक्त
दरभंगा, 24 दिसंबर 2024: श्रम अधीक्षक दरभंगा, श्री किशोर कुमार झा के निर्देश पर श्रम संसाधन विभाग द्वारा बहादुरपुर प्रखंड में बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत बाल श्रमिकों की विमुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाया गया।
छापेमारी में बाल श्रमिक की विमुक्ति
- आयुष फास्ट फूड, कमर्शियल चौक, लहेरियासराय से एक बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया।
- यह कार्रवाई श्रम संसाधन विभाग के धावा-दल ने की।
श्रम अधीक्षक ने बताया कि “वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 26 बाल श्रमिकों को विमुक्त कराया गया है।”
पुनर्वास के लिए समन्वय
- विमुक्त बाल श्रमिकों और उनके परिवारों के पुनर्वास के लिए विभिन्न विभागों से समन्वय किया जा रहा है।
- श्रम विभाग ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान तेज कर दिया है।
सामाजिक जागरूकता के प्रयास
- श्रम अधीक्षक ने कहा, “बाल श्रम के विरुद्ध सामाजिक जागरूकता पैदा करना आवश्यक है।”
- पोस्टर, बैनर, और फ्लैक्स के माध्यम से सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
- कार्यशालाओं का आयोजन कर लोगों को बाल श्रम के दुष्प्रभावों के प्रति सचेत किया जा रहा है।
कठोर कार्रवाई और सख्त कदम
- बाल श्रम में लिप्त नियोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
- प्रत्येक सप्ताह सघन अभियान चलाया जा रहा है।
अभियान में शामिल अधिकारी और संस्थाएं
अधिकारी/संस्था | भूमिका |
---|---|
साधना भारती | श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, बहादुरपुर |
दिलीप कुमार | श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, केवटी |
रजत राउत | श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, ताराडीह |
नीतीश कुमार | श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, किरतपुर |
कार्ड्स संस्था के प्रतिनिधि | नारायण कुमार मजमुदार और मधुलता देवी |
पुलिस बल | अभियान में सुरक्षा व्यवस्था |
उद्धरण
श्रम अधीक्षक ने कहा, “बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक भागीदारी भी जरूरी है।”
बाल श्रम उन्मूलन के लिए आगे की योजना
- अधिकाधिक बच्चों को विमुक्त कर शिक्षा और पुनर्वास की सुविधा दी जाएगी।
- सामाजिक जागरूकता अभियानों को तेज किया जाएगा।
- नियोजकों पर और सख्त जुर्माना और कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
निष्कर्ष
बाल श्रम जैसी कुप्रथा को समाप्त करना समाज और सरकार दोनों की जिम्मेदारी है। दरभंगा में चलाए जा रहे इस अभियान से न केवल बच्चों को नया जीवन मिल रहा है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जा रहा है।